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स्वास्थ

कोविड-19 टीकाकरण अभियान से जुड़ी ताजा जानकारी- 153वां दिन
देश में कुल 26.86 करोड़ से ज्यादा लोगों का टीकाकरण संपन्न हुआ
18-44 वर्ष के आयु वर्ग के 5 करोड़ से ज्यादा लोगों को टीका लगा
आज शाम 7 बजे तक 29 लाख से ज्यादा लोगों को कोविड-19 का टीका लगा
आज शाम 7 बजे की अनंतिम रिपोर्ट के मुताबिक देश में कुल 26.86 करोड़ (26,86,65,914) लोगों को कोविड-19 टीका लग चुका है।
आज 18-44 साल आयु वर्ग में कुल 18,94,803 लोगों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगी, जबकि 88,017 लोगों को इसकी दूसरी खुराक दी गई। टीकाकरण के तीसरे चरण में अभी तक कुल संख्या की बात करें तो 37 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 4,93,56,276 लोगों को पहली खुराक और 10,58,514 लोगों को दूसरी खुराक लग चुकी है। बिहार, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, ओडिशा, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल ने 18-44 वर्ष आयु वर्ग के 10 लाख से अधिक लोगों को कोविड-19 वैक्सीन की पहली खुराक लगा दी है।
नीचे दी गई सारणी में अभी तक 18-44 साल के आयु वर्ग को दी गई कोविड वैक्सीन की खुराक की जानकारी है-
क्रमांक |
राज्य |
पहली खुराक |
दूसरी खुराक |
1 |
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह |
17943 |
0 |
2 |
आंध्र प्रदेश |
690177 |
3183 |
3 |
अरुणाचल प्रदेश |
102393 |
0 |
4 |
असम |
1012401 |
51021 |
5 |
बिहार |
3189887 |
32470 |
6 |
चंडीगढ़ |
115578 |
1 |
7 |
छत्तीसगढ़ |
971064 |
26419 |
8 |
दादरा और नागर हवेली |
79727 |
0 |
9 |
दमन और दीव |
87468 |
0 |
10 |
दिल्ली |
1487791 |
128533 |
11 |
गोवा |
172669 |
2425 |
12 |
गुजरात |
4503978 |
82902 |
13 |
हरियाणा |
1914697 |
30052 |
14 |
हिमाचल प्रदेश |
240596 |
0 |
15 |
जम्मू और कश्मीर |
490818 |
25856 |
16 |
झारखंड |
1224817 |
25172 |
17 |
कर्नाटक |
3407566 |
17233 |
18 |
केरल |
1349167 |
2506 |
19 |
लद्दाख |
64046 |
0 |
20 |
लक्षद्वीप |
19352 |
0 |
21 |
मध्य प्रदेश |
4859747 |
112416 |
22 |
महाराष्ट्र |
2774371 |
219054 |
23 |
मणिपुर |
101003 |
0 |
24 |
मेघालय |
117053 |
0 |
25 |
मिजोरम |
102661 |
1 |
26 |
नागालैंड |
121049 |
0 |
27 |
ओडिशा |
1251060 |
102527 |
28 |
पुडुचेरी |
91670 |
0 |
29 |
पंजाब |
727713 |
2955 |
30 |
राजस्थान |
3904213 |
2106 |
31 |
सिक्किम |
99433 |
0 |
32 |
तमिलनाडु |
3023871 |
13614 |
33 |
तेलंगाना |
2246201 |
4340 |
34 |
त्रिपुरा |
164842 |
8134 |
35 |
उत्तर प्रदेश |
5175357 |
132436 |
36 |
उत्तराखंड |
610204 |
24081 |
37 |
पश्चिम बंगाल |
2843693 |
9077 |
कुल |
4,93,56,276 |
10,58,514 |
26,86,65,914 वैक्सीन खुराक का कुल टीकाकरण कवरेज जनसंख्या प्राथमिकता समूहों के आधार पर निम्नानुसार अलग किया गया है-
संचयी टीका खुराक कवरेज |
||||||
हेल्थकेयर वर्कर्स |
फ्रंटलाइन वर्कर्स |
18-44 वर्ष आयु वर्ग |
45 वर्ष आयु से ऊपर के लोग |
60 वर्ष आयु से ऊपर के लोग |
कुल |
|
पहली खुराक |
10095383 |
16996277 |
49356276 |
78418488 |
63734314 |
218600738 |
दूसरी |
7032270 |
8963142 |
1058514 |
12395893 |
20615357 |
50065176 |
कुल |
1,71,27,653 |
2,59,59,419 |
5,04,14,790 |
9,08,14,381 |
8,43,49,671 |
26,86,65,914 |
अनंतिम रिपोर्ट के मुताबिक टीकाकरण अभियान के 153वें दिन (17 जून, 2021) , आज शाम 7 बजे तक, कुल 29,64,596 टीके की खुराक दी गईं जिनमें 25,81,421 लोगों ने पहली खुराक लगवाई जबकि 3,83,175 लोगों को वैक्सीन की दूसरी खुराक प्राप्त हुई। दिन की अंतिम रिपोर्ट आज देर रात तक पूरी कर ली जाएगी।
दिनांक 17 जून 2021 (153वें दिन) |
||||||
हेल्थकेयर वर्कर्स |
फ्रंटलाइन वर्कर्स |
18-44 वर्ष आयु वर्ग |
45 वर्ष आयु से ऊपर के लोग |
60 वर्ष आयु से ऊपर के लोग |
कुल |
|
पहली खुराक |
7058 |
38583 |
1894803 |
459756 |
181221 |
2581421 |
दूसरी खुराक |
13628 |
28023 |
88017 |
95306 |
158201 |
383175 |
कुल |
20,686 |
66,606 |
19,82,820 |
5,55,062 |
3,39,422 |
29,64,596 |
देश में सबसे कमजोर जनसंख्या समूहों को कोविड-19 से बचाने के लिए एक औजार के रूप में टीकाकरण अभ्यास की नियमित रूप से समीक्षा और उच्चतम स्तर पर निगरानी की जाती है

जांजगीर-चांपा जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी एवं अव्यवस्था को लेकर ज्ञापन

बच्चों में कोविड-19: खतरे और सावधानियां”
सीएसआईआर की नई इकाई, सीएसआईआर-राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (एनआईएससीपीआर), नई दिल्ली ने कल (04 जून 2021 को) बच्चों में कोविड-19 के बारे में आधे दिन का एक ऑनलाइन सत्र आयोजित किया। यह सत्र हाल ही में कोविड-19 की दूसरी लहर के प्रकोप और बच्चों पर इसके प्रभाव, खतरों और बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी प्रोटोकॉल पर केन्द्रित था। इस वेबिनार के मुख्य अतिथि डॉ. वी. विजयलक्ष्मी, अतिरिक्त आयुक्त (अकादमिक), केवीएस (मुख्यालय), नई दिल्ली थीं और अतिथि वक्ता श्री बालाजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एसबीएमसीएच), चेन्नई, तमिलनाडु के बाल रोग विभाग के प्रोफेसर और इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (आईएपी) के कार्यकारी बोर्ड सदस्य 2021 प्रोफेसर डॉ. आर. सोमशेखर थे। इस कार्यक्रम में सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर द्वारा फेसबुक पर उपलब्ध कराए गए लिंक के माध्यम से कई गणमान्य व्यक्तियों, संकाय सदस्यों, शोधकर्ताओं और वैज्ञानिकों और विभिन्न स्कूलों के छात्रों सहित लगभग 150 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर की निदेशक डॉ. रंजना अग्रवाल ने अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में ‘जिज्ञासा’, जोकि वर्ष 2017 के मध्य में शुरू हुई छात्रों-वैज्ञानिकों को जोड़ने की पहल है और जिसका उद्देश्य स्कूली छात्रों में 'वैज्ञानिक चेतना' पैदा करना और उन्हें विज्ञान उन्मुख बनाना है, के जरिए दो महान संस्थानों, वैज्ञानिक तथा औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) और केन्द्रीय विद्यालय संगठन (केवीएस) के बीच असाधारण संबंधों पर प्रकाश डाला। उन्होंने आगे कहा कि 'जिज्ञासा' ने वास्तव में न केवल छात्रों के बीच एक सराहनीय प्रभाव पैदा किया है, बल्कि वैज्ञानिकों में भी उत्साह जगाया है। उन्होंने कहा कि 'जिज्ञासा' छात्रों को सीधे वैज्ञानिकों के साथ बातचीत करने का अवसर प्रदान करता है और इस तरह युवा दिमाग को नवीन सोच और दृष्टिकोण की ओर प्रेरित करता है। दीर्घकालिक स्तर पर, विशेष रूप से समाज के लिए फायदेमंद विज्ञान और प्रौद्योगिकी के विकास के संदर्भ में इस पहल से प्रभावशाली परिणाम मिलने की उम्मीद है।
डॉ. वी. विजयलक्ष्मी, अतिरिक्त आयुक्त (अकादमिक), केवीएस ने अपने संबोधन में कहा कि ‘जिज्ञासा’ छात्रों के लिए एक सपने के सच होने जैसा है क्योंकि यह वैज्ञानिकों के साथ बातचीत करने और उनके काम को करीब से देखने का एक मंच प्रदान करता है। यह संबंध उनके संस्थान के लिए काफी सफल रहा है क्योंकि इसके जरिए पूरे साल चलने वाली विभिन्न प्रकार की संलग्नता को लेकर छात्र उत्साहित हैं। डॉ विजयलक्ष्मी ने कहा कि अभूतपूर्व कोविड-19 महामारी ने हमारे जीवन के हर क्षेत्र को प्रभावित किया है। इसने सबसे महत्वपूर्ण सामाजिक जीवन और बच्चों के मानस को निष्क्रिय रूप से प्रभावित किया है। इसकी वजह से उन्हें पढ़ाई के अलावा खेलने के अधिकार से वंचित होना पड़ा है, भले ही वह उनके साथियों के साथ ही क्यों न हो। उन्होंने इस बात की याद दिलाई कि कैसे हमारे शिक्षक बच्चों को शिक्षित करने के दबाव से निपटने के लिए रातोंरात आईटी-प्रेमी तकनीकी विशेषज्ञ बन गए।
एसबीएमसीएच, चेन्नई के बाल रोग विभाग के प्रोफेसर और आईएपी केईबी सदस्य प्रो. आर. सोमशेखर, ने सूक्ष्म विवरणों को शामिल करते हुए "बच्चों में कोविड-19: खतरे और सावधानियां" विषय पर एक व्यापक मुख्य भाषण दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों में कोविड-19 का अभी भी मध्यम असर है। भले ही बच्चे सार्स-कोव-2 वायरस की चपेट में हैं, फिर भी उनमें से अधिकांश बिना लक्षण वाले हैं और मात्र 1-2% को अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। डॉ. सोमशेखर ने माता-पिता को वयस्कों से संक्रमण के संचरण की संभावना और इन दिनों बच्चों में बढ़ते जठरांत्र संबंधी लक्षणों के बारे में आगाह किया। उन्होंने समझाया कि अन्य फ्लू और सामान्य सर्दी के बीच कोविड -19 लक्षणों की पहचान और अंतर कैसे करें।
डॉ. सोमशेखर ने कहा कि कोविड -19 ने अब तक कर्नाटक को छोड़कर भारत में बच्चों को ज्यादा प्रभावित नहीं किया है। उन्होंने बच्चों के लिए कोविड-19 के उपचार के विभिन्न विकल्पों पर चर्चा की। सत्र को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने हमारे दैनिक जीवन में अपनाए जाने लायक कुछ उपायों के बारे में सुझाव दिया: शारीरिक व्यायाम, बच्चों के साथ खेलना, स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाले खाद्य पदार्थों से बचना, अच्छी नींद, मास्क पहनना, संतुलित आहार और उम्र के अनुसार टीकाकरण। सबसे महत्वपूर्ण बात के रूप में, उन्होंने लक्षणों और बच्चे के व्यवहार में बदलाव पर कड़ी नजर रखने की सलाह दी।
डॉ. वाई. माधवी, वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक, सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर ने चर्चा का संचालन किया और समापन सत्र का सार प्रस्तुत किया। श्री आर. एस. जयसोमू, मुख्य वैज्ञानिक, सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर ने धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया। डॉ. एन. के. प्रसन्ना, वैज्ञानिक, सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर ने इस कार्यक्रम को सफलतापूर्वक आयोजित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सीएसआईआर-एनआईएससीपीआर के समस्त कर्मचारियों ने इस कार्यक्रम की पहुंच बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाई।
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गांव-गांव में स्वास्थय सुविधा पहुंचना हमारी प्राथमिकता-श्री भगत खाद्य मंत्री ने किया नवनिर्मित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का शुभारंभ

छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के ब्लॉक अध्यक्ष satendra Singh ने विभिन्न समस्याओं के संबंध में खंड चिकित्सा अधिकारी को ज्ञापन सौंपा
आज बीएमओ डाॅ पैकरा को आवेदन दिया गया ,कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी कर्मचारी के द्वारा सत प्रतिशत कार्य किया जा रहा है, इस कोविड 19 कार्य के लिए मिशन संचालक छग शासन के द्वारा वित्तीय राशि प्रोत्साहन के रूप में देने के दिनांक 20/01/2021आदेश जारी किया गया ,जिसके तहत 16/01/2021 के बाद उक्त राशि देने हेतु स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए राशि जारी किया गया है साथ ही अन्य संसाधनों के लिए भी राशि जारी किया गया है ।फिर भी एनएचएम विभाग संबंधित कर्मचारी के द्वारा आज दिनांक तक उक्त राशि का भुगतान नहीं किया गया है ।टीकाकरण स्थलों में हाब कटर,लाल काला पनी, गलब्स और अन्य सामनो के अभाव के साथ कार्य कराया जा रहा है इसमें भी मिशन संचालक के द्वारा राशी जारी किया गया है । फिर भी समान के नाम पे मिला पैसा का भी बंदरबाट की बू आ रही है ।साथ में अध्यक्ष के द्वारा **साप्ताहिक अवकाश, 0-3 वर्ष शिशुवती माता, गर्भवती माता और 55वर्ष से ऊपर अधिकारी कर्मचारी को कोविड 19 कार्य से दूर रखने के लिए* अन्य जिला के तरह, निवेदन किया गया है । कार्य अधिकता को देखते हुए अन्य विभाग से कार्य कराने हेतु कहा गया । साथ ही प्रोत्साहन राशि भुगतान में किए गए संबधित के ऊपर कार्यवाही करने का आग्रह किया गया है ताकि भविष्य में इस प्रकार की पुनरावृत्ति न हो । ज्ञापन देने के समय अध्यक्ष सत्येन्द्रसिंह, रामाशंकर साहू, वीरेन्द्र साहू, दीपक पाण्डेय उपस्थित रहे ।

प्रदेश शासन के खिलाफ कोरोना प्रबन्धन में विफलता को लेकर भाजपा का प्रदर्शन
रायगढ़:- भारतीय जनता पार्टी प्रदेश नेतृत्व द्वारा आज दिनाँक 24/04/2021 को दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक प्रदेश व्यापी धरना कार्यक्रम का आयोजन किया गया,उक्त धरना कार्यक्रम छत्तीसगढ़ के भूपेश बघेल की कांग्रेस सरकार की जनहित विरोधी नीतियां अकर्मण्यता एवम घोर लापरवाही के लिए वर्तमान में छत्तीसगढ़ में व्याप्त कोरोना महामारी को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया ,धरना कार्यक्रम में लॉक डाउन एवम कोविड 19 के गाइड लाइन का पालन करते हुए प्रदेश के सभी भाजपा के कार्यकर्त्ताओ को अपने निवास स्थान पर धरना कार्यक्रमो का आयोजन किया जाना है,छत्तीसगढ़ सरकार के घोर लापरवाही के कारण आज छत्तीसगढ़ में प्रतिदिन 17000 मरीज कोरोना के संक्रमित पाए जा रहे है,वर्तमान में पूरे छत्तीसगढ़ में किसी भी शासकीय व गैर शासकीय चिकित्सालयों में गंभीर मरीजो के लिए बेड उपलब्ध नही है,गम्भीर मरीजो को लगने वाली रेमड़े शिविर इंजेक्शन पूरी तरह कालाबाज़ारियों के कब्जे में है,केंद्र सरकार के द्वारा उक्त इंजेक्शन की कीमत 4500 रुपये किये जाने के बाद भी 15- 20 हजार रुपये में कालाबाज़ारियों के माध्यम से उपलब्ध हो रही है, उक्त कृत्य में शासन के नुमाइंदे शामिल है,प्रत्येक दिन लगभग 250 से 300 मरीजो की मृत्यु हो रही है उक्त मरीजो के लिए वेल्टीनेटर एवम आक्सीजन की भी सुविधा अप्राप्त है !
उक्त धरना कार्यक्रम में आज भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य गुरूपाल सिंह भल्ला,राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति के कार्यकरणी सदस्य श्रीकान्त सोमावार, वरिष्ठ पार्षद व पूर्व सभापति सुभाष पाण्डेय,भाजपा आई टी व सोशल मीडिया सेल के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य पवन शर्मा ने अपने अपने निवास स्थान पर धरना देकर सोशल मीडिया एवम प्रिंट मीडिया के माध्यम से छत्तीसगढ़ में बिगड़े घोर स्वास्थ्य अव्यवस्था के लिए जिम्मेदार मुख्यमंत्री एवम स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफे की।मांग की एवम महामहिम राज्यपाल महोदय से संवैधानिक कार्यवाही किये जाने का निवेदन किया !

औद्योगिक संस्थानों एवं निर्माण इकाइयों में करावें कोविड प्रोटोकॉल का पालन
रायगढ़-/-आज दिनांक 25अप्रेल को पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा पूंजीपथरा क्षेत्र का दौरा किया गया ।क्षेत्र के भ्रमण पर पुलिस अधीक्षक प्लांटों तथा गांव में जाकर व्यवस्था देखे जिसके बाद थाना पहुंचकर प्रभारी एवं स्टाफ को ब्रीफ किये । थाना प्रभारी पूंजीपथरा निरीक्षक कृष्णकांत सिंह को निर्देशित किये कि रेल से यात्रा कर आ रहे लोगों को रायगढ़ में क्वारेंटीन किया जा रहा है किन्तु अन्य साधनों से लोग सीधे अपने गांव पहुंच रहे हैं । पूंजीपथरा क्षेत्र में बाहरी लोगों की बसाहट अधिक है, सभी ग्राम पंचायत में जाकर हिदायत देंवे कि बाहर से आये लोगों की सूचना देकर आवश्यक रूप से उन्हें क्वॉरेंटाइन करें । उन्होंने जिस पर लॉक डाउन का पालन नगर निगम, नगर पंचायत क्षेत्र में कराया जा रहा है, इसी प्रकार नियमित रूप से औद्योगिक संस्थानों व निर्माणाधीन इकाइयों में जाकर देखें कि कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया जा रहा है या नहीं , जहां कहीं प्रबंधन द्वारा लापरवाही बरती जा रही है, तो कार्यवाही करें ।
उनके द्वारा शादीघरों में जाकर कोविड गाइडलाइन का पालन करने की समझाइश देने को कहा गया तथा समझाइश के बावजूद नियमों की अनदेखी करने पर कार्यवाही करने के निर्देश दिये हैं । वे स्टाफ को बताये कि कोराना की पहली लहर में कई अधिकारी व जवान संक्रमित हुये , जो ठीक होकर वापस फिल्ड में हैं । अभी भी जिला पुलिस के अधिकारी व जवान संक्रमित हो रहे हैं और स्वस्थ होकर वापस ड्यूटी में आ रहे हैं । जवानों को प्रोत्साहित कर मानवीय कार्य में संलग्न रहने तथा स्वयं एवं अपने परिवारजनों का विशेष ध्यान देने को कहा गया है । वे बताए कि बढते संक्रमण को देखते हुए जिले में पुलिसकर्मी एवं उनके परिजनों के लिये “कोविड रक्षा सेल” बनाया गया है । थाना प्रभारी को “पुलिस हेल्प डेस्क” से सहयोग लेकर हर जरूरतमंदों में ड्राई राशन वितरण करने के निर्देश दिये तथा कोई भी असहाय मिलता है तो मानवीय दृष्टि से उसकी हर प्रकार की मदद करें ।